कौन हैं सुशांत केस की जांच करने पहुंचे बिहार पुलिस के SP विनय तिवारी?
IPS अधिकारी विनय तिवारी (बाएं) सुशांत
सिंह मौत के मामले में जांच करेंगे.
सुशांत
सिंह राजपूत. 14 जून को
उनकी मौत हो गई. पुलिस ने उनकी मौत को सुसाइड बताया था. इसके बाद से उनकी मौत के
मामले में जांच हो रही है. महाराष्ट्र पुलिस के बाद अब बिहार पुलिस भी सुशांत की
मौत के मामले में जांच कर रही हैं. पिछले कुछ दिनों में बिहार पुलिस सुशांत की मौत
के मामले में काफी सक्रिय रही है. अब बिहार पुलिस ने चार सदस्यीय टीम को मुंबई
जांच के लिए भेजा है. जांच की कमान पटना शहर के एसपी विनय तिवारी को सौंपी गई है.
और इन
ख़बरों के साथ विनय तिवारी का एक आरोप भी सामने आया है. मुंबई शहर में 2 अगस्त को लैंड करने के बाद मुंबई
महानगरपालिका यानी BMC के
कर्मचारी उन्हें कोरोनावायरस के मद्देनज़र होम क्वॉरंटीन करने पहुंचे. मीडिया से
बातचीत में विनय तिवारी ने कहा कि उनके पास BMC के अधिकारियों का कॉल आया था, जिसमें उनसे होम क्वॉरंटीन रहने को कहा
गया.
सुशांत के
पिता केके सिंह ने 25 जुलाई को
केस दर्ज कराया था. इसमें सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर गंभीर आरोप लगाए
गए. सुशांत के परिवार का आरोप है कि रिया ने सुशांत को सुसाइड के लिए उकसाया, उसे जबरदस्ती बंद करके रखा और बैंक खाते से
15 करोड़
रुपये निकाल लिए. साथ ही सुशांत की बारे में परिवार को कुछ नहीं बताया.
विनय तिवारी बोले- बिहार पुलिस अच्छा काम कर रही है
मुंबई में
विनय तिवारी ने कहा कि बिहार पुलिस मुंबई में अच्छा काम कर रही है. पिछले एक हफ्ते
से बयान दर्ज किए जा रहे हैं. बयानों के विश्लेषण के बाद ही नतीजे पर पहुंचेंगे.
टीम जांच में सही दिशा में बढ़ रही है. हालांकि अभी सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
नहीं मिली है. जहां तक बात केस से जुड़ी अफवाहों की है तो उस पर वे कुछ नहीं
कहेंगे.
विनय तिवारी हैं कौन?
विनय
तिवारी मूल रूप से यूपी के ललितपुर के रहने वाले हैं. साल 2015 बैच के आईपीएस अफ़सर. ललितपुर में
पढ़ाई पूरी करने के बाद वे कोटा चले गए. यहां उन्होंने इंजीनियरिंग की तैयारी की.
फिर आईआईटी-बीएचयू से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री ली. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के
दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. आईआईटी से पासआउट होने के बाद
वे दिल्ली शिफ्ट हो गए. यहां रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी की.
पिता ने सिविल सर्विसेज की तैयारी को कहा
तिवारी ने
इस बारे में फेसबुक पर लिखा है कि शुरू-शुरू में पढ़ाई में उनका ज्यादा इंट्रेस्ट
नहीं था. केवल पैसे कमाने के लिए ही उन्होंने पढ़ाई की. हालांकि बाद में उनका
पढ़ाई-लिखाई में मन लग गया. तिवारी का कहना है कि उनके पिता ने उन्हें सिविल
सर्विसेज की तैयारी के प्रेरित किया. उनकी पढ़ाई के लिए पिता ने लोन भी लिया. इसके
बाद उन्होंने जमकर मेहनत की और परीक्षा पास की.
दूसरे प्रयास में बने आईपीएस अधिकारी
विनय तिवारी
ने अपने दूसरे प्रयास में सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की. उन्होंने पुलिस सेवा
को चुना. ट्रेनिंग के बाद साल 2019 में वे
पटना के एसपी बने. तिवारी साहित्य में भी काफी रुचि रखते हैं. वे अक्सर कविताएं
पोस्ट करते रहते हैं. पिछले दिनों उन्होंने कोरोना वायरस पर एक कविता सुनाई थी.
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